Monday, July 15, 2013

बेटी के जन्मदिन पर

प्यारी मानसी ,
आज से ठीक इक्कीस वर्ष पूर्व तुमने हमारे जीवन को महकाया था ,
तुम्हारे आने की खुशी मे घर का हर सदस्य हर्षाया था ,
याद है आज भी मुझे वह तेरा पहला दीदार ,
मूँदीं पलकें , बंधी मुट्ठी ,लंबी अलकें,
उजला चाँद सा रूप , चाँदनी सी मुस्कान ,
तेरे पहले क्रंदन मे भी थी एक मिठास ,
आज पूरे इक्कीस वर्ष की नन्ही सी मेरी जान ,
जीवन के इस मोड पर मेरी बस यही दुआ ,
मिले हर सुख जीवन मे न टूटे कोई अरमान ,
जादू की कोई छड़ी तो नहीं मेरे पास ,
जिसे फिरा तेरे सिर हर लूँ हर संताप ,
मेरा मान है तू , मेरा अभिमान है तू ,
तेरे भीतर बसे मेरे प्राण ..... !!
शुभ आशीष
माँ