anubuthi
Tuesday, January 29, 2013
पूरे चाँद की आधी रात
पूरे चाँद की आधी रात
पिघलता मन ,
सुलगते एहसास ,
तेरो आंखो की बिल्लोरी चमक ,
मेरे कंगन की जादुई खनक ,
उफ़्फ़ ...उफ़्फ़ यह पूरे चाँद की आधी रात ,
धुत्त लम्हे ,
मौन जज़्बात ,
तेरे आगोश मे पिघलती मै,
मेरी खुशबू से गमकते तुम ,
उफ़्फ़ - उफ़्फ़ यह पूरे चाँद की आधी रात
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