Sunday, April 10, 2011

jai ho

बड़े जब कुछ कदम एक साथ ,


झुक गया  न्यायकर्ताओं   का परचम


वह उठा , जगा , बड़ा था अकेले ही ,

जुड़ गया पूरा देश देखते ही देखते


जय हो - जय हो - जय -अन्ना हजारे,

चले जब सब साथ तो , तुम जीते , वो हारे....!!

3 comments:

  1. सत्यमेव जयते .वीर तुम बढे चलो,धीर तुम बढे चलो,
    सामने पहाड़ हो,सिंह की दहाड़ हो
    तुम कभी रुको नहीं,तुम कभी झुको नहीं
    आपकी सुन्दर काव्यमयी प्रस्तुति के लिए आभार.
    मेरे ब्लॉग पर भी आईये,प्लीज.

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  2. सत्य की हमेशा जीत होती है
    सुन्दर रचना

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  3. सार्थक और बेहद खूबसूरत,प्रभावी,उम्दा रचना है..शुभकामनाएं।

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