तुम , सिर्फ अहसास हो कि नहीं ..
तुम , मेरे आस - पास हो कि नहीं ..
तुम , मात्र एक ख्याल हो कि नहीं ...
तुम , मन की आस हो कि नहीं ...
तुम , होठों की मुस्कान हो कि नहीं ..
तुम,शीतल मंद बयार हो कि नहीं ..
तुम , पन्नो मे दबा गुलाब हो कि नहीं ..
तुम, कही ठहरा वक़्त हो , हो कि नहीं ..
तुम , न होकर भी मेरे हो ,हो कि नहीं .....!!!!
very well said......amazing thoughts....keep it up.
ReplyDeleteबेहतरीन।
ReplyDelete-------------
कल 29/07/2011 को आपकी एक पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
बहुत बढि़या ...।
ReplyDeletenice ......
ReplyDeleteबहुत खूबसूरत प्रस्तुति , सुन्दर भावाभिव्यक्ति , आभार
ReplyDeleteकृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारें
Brilliantly said...thanks
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