मुझे चाहिये घर ,
बंद दीवारें नहीं |
मुझे चाहिये हंसी ,
गहनों की झंकार नहीं |
मुझे चाहिये समय ,
एक युग नहीं |
मुझे चाहिये खुला आकाश ,
पूरी कायनात नहीं |
मुझे चाहिये आँखों के जाम ,
पूरा मयखाना नहीं |
मुझे चाहिये एक साथी ,
रखवाला नहीं |
मुझे चाइए एक इन्सान ,
भगवान नहीं |
इति.............
No comments:
Post a Comment