कल रात एक वारदात हुई , कॉल - सेंटर से लौटते हुए ,
मुन्नी बदनाम हुई .............|
गली - नुक्कड़ - और मिडिया में , इसकी चर्चा सारे आम हुई |
किसी ने कहा भई , क्या ज़माना आ गया है ,
इन लड़कियों को फैशन कम करना चाहिए ,
अपने - आप मुसीबत को न्योता देती हैं ,
फिर उस बात को ले कर कोर्ट - कचहरी में रोती हैं |
मतलब अगर पर्दा रह गया तो , अपराध कम हो जायेंगे ,
फिर यह भेड़िये नज़र नहीं उठा पायेंगे ?
तो फिर क्यों न ऐसा किया जाये ,
उन दरिंदों की आँखों पर पट्टियाँ , बांध दी जाये |
ताकि हर मुन्नी चैन की साँस ले सके ,
विक्षिप्त इस समाज में इज्ज़त से जी सके |
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