हवा में महक सी तुम ,
धूप में किरण सी तुम ,
भोर में ओस सी तुम ,
बादल में बिजली सी तुम ,
नदी में गति सी तुम ,
आँखों में चमक सी तुम ,
दिल में धड़कन सी तुम ,
होठों में ध्वनि सी तुम ,
सपनों में जीवित सी तुम ,
भीड़ में तनहाई सी तुम ,
अब और कोई नहीं आता नज़र ..
जहाँ देखूँ सिर्फ तुम ही तुम ...........
No comments:
Post a Comment