anubuthi
Saturday, November 27, 2010
vaqt -3
जब आँखों में ऑंखें झाँकेंगी,
तब वक़्त वहीँ थम जाएगा ,
देख के साँसों का मिलन ,
यह चाँद भी जल जाएगा ,
इश्क वक़्त का मोहताज़ नहीं ,
इस लम्हें में मैनें जाना ,
जब मुझसे मिलने आओ प्रिय ,
वक़्त मुट्ठी में दबा लाना |
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