Tuesday, August 10, 2010

RISHTAA

तेरा- मेरा रिश्ता है परे ,
झूठी परिभाषाओं से ...........
गुनगुनी धूप - सा ,
मद - मस्त - अलसाया |
नीले खुले अम्बर - सा ,
उन्मुक्त - विस्तृत - धुला -धुला |
बहती धारा - सा ,
निर्द्वंद - निश्छल - अल्हड़ |
कौंधती बिजली - सा ,
चपल - चंचल - रोशन |
बहती बयार - सा ,
शीतल - सुगन्धित - दुलारता |
तेरा - मेरा रिश्ता है परे ,
झूठी परिभाषाओं से .............