अपने जन्मदिन की पूर्व संध्या पर
खुली किताब सी यह जिंदगी ढेरों किस्से औ कहानी,,
कुछ गम्भीर ,कुछ चुटकीले,
कुछ दुखद भीगे - भीगे ,
कुछ खुशी के खिले खिले ,
रंग - बिरंगे- स्याह -सफ़ेद पन्ने इसके ...
प्यार -गुस्सा -रूठना -मनाना,
ख्वाब -हकीकत -सच -झूठ
विश्वास - आधार - आस्था - संबध ,
कुछ पन्ने अब भी है अनछुए ...
कोरे - कड़क- स्याही से महके ,
कुछ हो गए ज़र्रजर - क्षत- विक्षत ,
बार - बार -लगातार उलटते - पलटते ,
कुछ की इबारत है इतनी सरल - सहज ,
समझ पाने में होती नहीं कोई अड़चन ,
कुछ हैं इतने अधिक दुरूहू -कठिन ,
कितना पटकूं सर नही आते समझ ...
जीवन के इस मध्यांतर पन्ने पे ,
अब भी लगता है जैसे अब भी हूँ ,
अपने आप से अपरिचित -अनजान,
खुद में - खुद को तलाशती - कुरेदती ,
रोज़ ही जुड़ जाता है नया कोई पन्ना ,
यही अब तक का ज़िंदगीनामा ..................
जन्मदिन की बहुत शुभकामनाये ....बेहतरीन जिंदगीनामा लगी.....
ReplyDeleteबहुत खूब आत्म-मंथन की प्रक्रिया..........जन्मदिन की ढेरो शुभकामनायें|
ReplyDeleteआपको जनम दिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं ... आपने अपनी नहीं सभी का जिंदगीनामा लिख दिया है ...
ReplyDelete"विश्वास - आधार - आस्था - संबध ,
ReplyDeleteकुछ पन्ने अब भी है अनछुए ...
कोरे - कड़क- स्याही से महके ,
कुछ हो गए ज़र्रजर - क्षत- विक्षत ,
बार - बार -लगातार उलटते - पलटते ,
कुछ की इबारत है इतनी सरल - सहज ,
समझ पाने में होती नहीं कोई अड़चन ,
कुछ हैं इतने अधिक दुरूहू -कठिन ,
कितना पटकूं सर नही आते समझ ..."
haalat kuchh aise hi hain idhar bhi..!
जन्मदिन की बहुत शुभकामनाये....!!
बहुत ही सुंदर भावों का प्रस्फुटन देखने को मिला है । मेरे नए पोस्ट उपेंद्र नाथ अश्क पर आपकी सादर उपस्थिति की जरूरत है । धन्यवाद ।
ReplyDeletebahut bahut shukriyaa.
ReplyDeleteबहुत सुंदर अभिव्यक्ति ...शुभकामनाएँ !
ReplyDelete04/12/2012को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
ReplyDeleteधन्यवाद!
फिर आने वाली है 21 दिसंबर .... जन्मदिन की अग्रिम बधाई
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