sundar rachna ke liye badhai sweekaren. मेरी १०० वीं पोस्ट , पर आप सादर आमंत्रित हैं
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ब्लॉग पर यह मेरी १००वीं प्रविष्टि है / अच्छा या बुरा , पहला शतक ! आपकी टिप्पणियों ने मेरा लगातार मार्गदर्शन तथा उत्साहवर्धन किया है /अपनी अब तक की " काव्य यात्रा " पर आपसे बेबाक प्रतिक्रिया की अपेक्षा करता हूँ / यदि मेरे प्रयास में कोई त्रुटियाँ हैं,तो उनसे भी अवश्य अवगत कराएं , आपका हर फैसला शिरोधार्य होगा . साभार - एस . एन . शुक्ल
मौन इसकी आवाज़ खुद ही सुनती हूँ करती हूँ स्वयं ही विषलेषण,, ढून्ढतीहूँ , अनुतरित्त उत्तर .. अपने सवालों से आप ही जूझती पाती हूँ हर बार अलग ही जवाब ....
शायद इसके बाद कुछ लिखने की ज़रुरत नहीं रह जाती है......
मौन का उत्तर मौन ही हो सकता है........परन्तु क्या परस्तिथि है की मौन को व्यक्त करने के लिए भी शब्दों का सहर लेना ही पड़ता है ........सुन्दर पोस्ट|
ReplyDeletePoonam ji
ReplyDeletesundar rachna ke liye badhai sweekaren.
मेरी १०० वीं पोस्ट , पर आप सादर आमंत्रित हैं
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ब्लॉग पर यह मेरी १००वीं प्रविष्टि है / अच्छा या बुरा , पहला शतक ! आपकी टिप्पणियों ने मेरा लगातार मार्गदर्शन तथा उत्साहवर्धन किया है /अपनी अब तक की " काव्य यात्रा " पर आपसे बेबाक प्रतिक्रिया की अपेक्षा करता हूँ / यदि मेरे प्रयास में कोई त्रुटियाँ हैं,तो उनसे भी अवश्य अवगत कराएं , आपका हर फैसला शिरोधार्य होगा . साभार - एस . एन . शुक्ल
sunder bhav ki rachna............
ReplyDeleteमौन
ReplyDeleteइसकी आवाज़
खुद ही सुनती हूँ
करती हूँ स्वयं ही
विषलेषण,,
ढून्ढतीहूँ ,
अनुतरित्त उत्तर ..
अपने सवालों से
आप ही जूझती
पाती हूँ हर बार
अलग ही जवाब ....
शायद इसके बाद कुछ लिखने की ज़रुरत नहीं रह जाती है......
***punam***
bas yun...hi..
aap sabhi kaa bahut bahut shukriyaa........
ReplyDeleteमौन
ReplyDeleteइसकी आवाज़
खुद ही सुनती हूँ
करती हूँ स्वयं ही
विषलेषण,,
मौन की आवाज सुनना और उसका विश्लेषण करना कितना गहरे अर्थ संप्रेषित करता है ...आपका आभार
मानव मन विचारों का समुंदर है दोस्त जितना गोता लगाओगे हर बार कुछ न्य पाओगे |
ReplyDeleteसुन्दर अहसास खुद ही सवाल खुद ही जवाब |
मौन बहुत शक्तिशाली होता है, बेहतरीन रचना ।
ReplyDeleteमौन की अपनी ही भाषा होती है ... खुद ही इंसान सुन पाता है ...
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