Wednesday, September 14, 2011

maun

मौन 
इसकी आवाज़ 
खुद ही सुनती हूँ 
करती हूँ स्वयं ही 
विषलेषण,,
ढून्ढतीहूँ ,
अनुतरित्त उत्तर ..
अपने सवालों से 
आप ही जूझती 
पाती हूँ हर बार 
अलग ही जवाब ....

9 comments:

  1. मौन का उत्तर मौन ही हो सकता है........परन्तु क्या परस्तिथि है की मौन को व्यक्त करने के लिए भी शब्दों का सहर लेना ही पड़ता है ........सुन्दर पोस्ट|

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  2. Poonam ji

    sundar rachna ke liye badhai sweekaren.
    मेरी १०० वीं पोस्ट , पर आप सादर आमंत्रित हैं

    **************

    ब्लॉग पर यह मेरी १००वीं प्रविष्टि है / अच्छा या बुरा , पहला शतक ! आपकी टिप्पणियों ने मेरा लगातार मार्गदर्शन तथा उत्साहवर्धन किया है /अपनी अब तक की " काव्य यात्रा " पर आपसे बेबाक प्रतिक्रिया की अपेक्षा करता हूँ / यदि मेरे प्रयास में कोई त्रुटियाँ हैं,तो उनसे भी अवश्य अवगत कराएं , आपका हर फैसला शिरोधार्य होगा . साभार - एस . एन . शुक्ल

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  3. sunder bhav ki rachna............

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  4. मौन
    इसकी आवाज़
    खुद ही सुनती हूँ
    करती हूँ स्वयं ही
    विषलेषण,,
    ढून्ढतीहूँ ,
    अनुतरित्त उत्तर ..
    अपने सवालों से
    आप ही जूझती
    पाती हूँ हर बार
    अलग ही जवाब ....

    शायद इसके बाद कुछ लिखने की ज़रुरत नहीं रह जाती है......

    ***punam***
    bas yun...hi..

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  5. aap sabhi kaa bahut bahut shukriyaa........

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  6. मौन
    इसकी आवाज़
    खुद ही सुनती हूँ
    करती हूँ स्वयं ही
    विषलेषण,,

    मौन की आवाज सुनना और उसका विश्लेषण करना कितना गहरे अर्थ संप्रेषित करता है ...आपका आभार

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  7. मानव मन विचारों का समुंदर है दोस्त जितना गोता लगाओगे हर बार कुछ न्य पाओगे |
    सुन्दर अहसास खुद ही सवाल खुद ही जवाब |

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  8. मौन बहुत शक्तिशाली होता है, बेहतरीन रचना ।

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  9. मौन की अपनी ही भाषा होती है ... खुद ही इंसान सुन पाता है ...

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